How to be profitable option buyer in India:
मित्र,
प्रश्न में कुछ चीजें तो अवश्य अच्छी है कि पूछने वाले मित्र का गोल क्लियर है की उन्हें ऑप्शन buyer बनना है।
चलिये अपने अनुभव के आधार पर आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करता हूँ। हालांकि यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है तो संभव है अन्य सफल ट्रेडर से मैच न करे।
पिछले कुछ वर्षों के ट्रेड के आधार पर मैं बिना किसी शंसय के खुद को एक सफल ऑप्शन बायर की श्रेणी में पाता हूँ। लेकिन यह सफर आसान तो बिल्कुल भी नहीं रहा है।
हरेक शुरुआती निवेशक की तरह मेरी जर्नी भी ऑप्शन से शुरू हुआ था लेकिन एक लंबे अरसे करीब 1.5 वर्ष तक मैंने सिर्फ यहां नुकसान लिया था। लेकिन उसके बाद मैंने कुछ निम्नलिखित बदलाव किए थे।
1)ऑप्शन छोड़कर इक्विटी बाजार पर शिफ्ट हो गया था। इसका सबसे बड़ा कारण यह था कि इक्विटी बाजार में कई ऐसे स्टॉक हैं जो ज्यादे तीव्र मूवमेंट नहीं दिखाते हैं। जिससे मूवमेंट को समझने और उसपर पकड़ बनाने में मदद मिली।
2)लगभग 1 साल तक लगातार मैंने इक्विटी बाजार में ट्रेड किया और साथ मे ऑप्शन को बकटेस्ट करते रहा।
3)जब इक्विटी बाजार का पीरियड हमें सही लगने लगा और अंदर से यह कॉन्फिडेंस बना की बाजार से कमाया जा सकता है तो फिर मैंने वहां से ऑप्शन का रुख किया।
4)उपरोक्त चीजों का बेनिफिट यह हुआ कि मैं मूवमेंट को पढ़ पा रहा था और थोड़े धीमी मूवमेंट को समझने में आसानी हो रहा था। जिसकी मदद से उससे तेज मूवमेंट के साथ निर्णय लेना आसान हो गया।
अतः उपरोक्त अनुभव को ध्यान में रखकर कह सकते हैं कि यदि कोई व्यक्ति ऑप्शन में आगे बढ़ना चाहते हैं तो उन्हें पहले इक्विटी में चीजों को।टेस्ट करना चाहिए। मेरे अनुसार इक्विटी बाजार कम रिस्की है और यहां हम अपने ट्रेड रूटीन, अनुशासन, निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर रूप से बढ़ा सकते हैं।
इसके साथ ही ऑप्शन ग्रीक, ऑप्शन चैन और चार्ट के ऊपर प्राइस एक्शन को बकटेस्ट करते चले। यह सबसे मददगार साबित होगा।
उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उयोगी होगा।
धन्यवाद
ये भी पढ़ें .....
शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग कितनी अस्थिर और अप्रत्याशित है?
0 Comments