जब एक शेयर बाजार दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है और हर कोई बेच रहा है, तो वास्तव में कौन खरीदने को तैयार है?

Who is buying when market is down?

मित्र,

साधारण शब्द में कहें तो जब बाजार दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है और सब बेच रहे होते हैं तो खरीदने के लिए वह व्यक्ति तैयार होता है जो किसी शेयर के मौलिक स्ट्रेंथ के आधार पर क्वालिटी देखते हैं।

बाजार में करोड़ो ऐसे निवेशक हैं जो इस समय का इन्तेजार कर रहे होते हैं क्योंकि जब बाजार ऊंचाई पर ऊंचाई छू रहा होता है तब कई अच्छे शेयर भी over वैल्यूड हो जाते हैं। जिसकी वजह से उसके फंडामेंटल सही होने के बाबजूद निवेशक उसमें अपनी एंट्री नहीं बनाते और इन्तेजार करते है कि समय के साथ शेयर वापिस अपने फेयर वैल्यू पर आएगा तो उसमें खरीदारी करेंगे।

बाजार का दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण वैसे अच्छे फंडामेंटल वाले शेयर भी फेयर वैल्यू या अंडर वैल्यूड हो जाते हैं जिसकी वजह से निवेशक को अच्छे शेयर और वो भी सस्ते मूल्य पर मिल जाते हैं।

दूसरे शब्दों में कहें तो

एक लंबी अवधि के निवेशक के लिए दुर्घटना ग्रस्त मार्केट अवसरों से भरा बाजार होता है। जो उन्हें मदद करता है ऐसे शेयर को पहचानने में जो बाजार के गिरावट के बाबजूद कंपनी स्ट्रेंथ के कारण ज्यादे नहीं गिरे हों।

ऐसा बाजार एक लंबी अवधि के निवेशक के लिए ऐसा अवसर लाता है जब उन्हें सोना भी चांदी के भाव पर मिलता हुआ दिख जाता है। और जाहिर सी बात है कि सोना यदि चांदी के मूल्य पर उपलब्ध हो तो भला उसे कौन नहीं खरीदना चाहेगा।

यदि एक लाइन में कहें तो ऐसे निवेशक जो वैल्यू इंवेस्टिंग के सिद्धांत को फॉलो करते हैं वह ऐसी गिरावट में स्टॉक खरीदने के लिए तैयार होते हैं।

उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगा।

धन्यवाद


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