आजकल हर व्यक्ति नौकरी से छुटकारा पाकर शेयर बाज़ार से क्यों जुड़ना चाहता है ?

Why everyone want to quit Job for trading?

मित्र,

वो कहते हैं न कि अपने दिल से जानिए पराये दिल का हाल।

यदि हम अपने प्रोफेशन को देखें तो डिग्री और काम से मैं खुद भी एक IT प्रोफेशनल था। मैंने BCA और MCA कम्पलीट किया और IT में भी एक पीरियड तक काम कर चुका हूं।

लेकिन उसके बाद बाजार की ओर रुख करने का निम्नलिखित कारण था।

1)यदि आप IT डेवलपर हैं तो इसमें कोई शक नहीं कि आप बेहतर कमा सकते हैं। लेकिन कंपनी में रहते हुए मैंने महसूस किया था कि व्यक्ति के आने का समय तय है लेकिन जाने में वह कब निकलेगा..ये सामने चल रहे काम पर निर्भर करता है।

2) आप कंपनी में रहते हुए आजाद होते हुए भी आजाद नहीं होते हैं। आपको घर जाना है तो 1 सप्ताह पहले आपको एप्लीकेशन देना है। आज सकते हैं लेकिन तभी जब छुट्टी approve हो। ऐसा भी नहीं कि इतने मशक्कत के बाद जाने की परमिशन मिलने के बाद आपकी सैलरी न कटेगा। वो तो बरोबर कटेगा।

3)कोडिंग निश्चितरूपेन काफी स्ट्रेस भरा काम है। ऐसा मैंने महसूस किया। क्योंकि एक छोटी सी लेटर मिस्टेक आपको घंटो फंसा कर रख सकता है।

उपरोक्त कुछ चीजों को ध्यान में रखकर मैंने बाजार का रुख किया। क्योंकि जितनी जानकारी हमने इक्कठी करा था उसमें ये बताया जाता है कि यहां पैसे भी हैं और यह स्ट्रेस भरा काम तो जरूर है लेकिन समय की पाबंदी नहीं है।

IT प्रोफेशन में से मुझे सबसे ज्यादे तकलीफ समय की बन्दिश का ही था। उस वक्त दिमाग मे यही था कि मेहनत ही करना है तो वहां भी करते हैं यहां भी कर लेंगे। स्ट्रेस वहां भी था तो यहां भी झेल लेंगे। सबसे बड़ी बात की पुरानी प्रोफेशन से एक समय वाला दिक्कत तो सॉल्व हो जाएगा।

उपरोक्त वजह से बाजार में रुचि लेना शुरू किया। बाजार में जोखिम है और इससे जुड़ी बातों की जानकारी इकट्ठी किया तो उसके अनुसार एक बात समझ मे आया कि हम जिस फील्ड का चयन कर रहे हैं वहां हमारे साथ किसी अन्य काम का सपोर्ट होना आवश्यक है। क्योंकि यहां रिस्क है और शुरुआती समय मे होनेवाले नुकसान की भरपाई बैक सपोर्ट से किया जा सके।

बाजार में आने के बाद जो कुछ चीजें मैंने महसूस किया वो निम्नलिखित है।

1)यह अनुशासन और मनोविज्ञान का सिस्टम है। यदि हम शार्ट टर्म ट्रेडर हैं तो प्राइस कंपनी के फायदे में रहने से नहीं बल्कि उस वक्त उस शेयर को लेकर क्रिएट हो रहे मोमेंट पर निर्भर करता है।

जैसे:

यदि खबर आ गया कि किसी शेयर को गवर्नमेंट प्रोजेक्ट सौपने पर विचार कर रही है। तो आप देखेंगे कि उसका प्राइस बढ़ जाता है। जबकि अगर वास्तविकता देखें तो गवर्नमेंट ने अभी उसे प्रोजेक्ट दिया नहीं है। उस प्रोजेक्ट से कंपनी को वर्तमान में कोई फायदा नहीं हुआ है। लेकिन मूल्य बढ़ गया।

2)बाजार वैसा बिल्कुल नहीं है जैसा ब्रोकर द्वारा चलाये एड्स में दिखाया जाता है की आप पैसे लगाएं और रिटर्न्स आने शुरू।

3)बाजार इतना आसान नहीं है कि सिर्फ 5-10 मिनट देकर प्रॉफिट हो जाये। और इतना मुश्किल भी नहीं है कि अगर समय दिया तो इस समझा न जा सके।

व्यक्तिगत परिवर्तन के आधार पर मुझे लगता है कि अन्य व्यक्ति का भी बाजार में रुख करने का ऐसा ही कुछ कारण हो।

हाँ यदि आप बाजार कि ओर आकर्षित हो रहे हैं तो कुछ चीजें अवश्य जान लें।

1)बड़ी प्रॉफिट कमाने के सपने के साथ न आएं। यह अगर कोई आपसे कहता है तो वह सिर्फ ललचाने और व्यक्तिगत स्वार्थ को पूरा करने के लिए कह रहा है।

2) शुरुआती समय मे बाजार के अलावा इनकम का एक अल्टरनेट अवश्य रखें और शुरुआती दौर में बाजार से कमाने की जगह इसे सीखने और समझने पर ज्यादे ध्यान लगाएं।

उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगा।

धन्यवाद


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