When To Sell Stocks To Take Profits And Avoid Big Losses?
Is it worth selling stocks at a loss?
मित्र,
मंदी को हम वैलिड कारण नहीं मान सकते है जिसे देखकर पोजीशन क्लियर किया जाय। फिर चाहे पोजीशन नुकसान में हो या प्रॉफिट में।
बाजार में यदि हैं तो एक बात तो बेहतर तरीके से जानते होंगे कि तेजी और मंदी बाजार का हिस्सा है और यह जरूरी नहीं कि हमारे खरीदे शेयर सिर्फ और सिर्फ तेजी का सामना करे। कई वक्त ऐसे भी आते हैं जिसमें अच्छे फंडामेंटल वाले शेयर भी मंदी का शिकार हो जाते हैं। लेकिन उसके दूर होते ही फिर वह अपनी रफ्तार से बढ़ने लग जाते हैं।
एक लम्बे अवधि के निवेशक के लिए मंदी वह समय है जहां उन्हें अपने ऐड किये शेयर के फंडामेंटल को वापिस चेक करना पड़ता है। ताकि कंपनी में हुए बदलाव के अनुसार आगे की रणनीति तय किया जा सके।
अतः किसी भी प्रकार के निर्णय से पहले यह देखें कि जिन कारणों को ध्यान में रखकर आपने शेयर को खरीदने का फैसला किया था.. उसमें क्या-क्या बदलाव आए हैं।
1) मैनेजमेंट में कुछ बड़ा फेर-बदल तो नहीं हुआ है।
2)प्रोमोटर्स की होल्डिंग स्थिति में गिरावट तो नहीं आया।
3)प्लेजिंग बढ़ा तो नहीं है?
4)क्वालिफाइड इन्वेस्टर के प्रतिशत में पहले की तुलना में गिरावट तो नहीं आया है।
5)कंपनी तय किये विज़न पर आगे बढ़ रही है या नहीं।
6)यदि बढ़ रहा है तो क्या गति वर्तमान समय के अनुसार है।
7)गवर्नमेंट सेक्टर को लेकर पॉजिटिव है या नहीं ?
उपरोक्त कुछ फैक्टर्स पर गौर करने के बाद ही निर्णय लें। सिर्फ मंदी ऐसा कारण नहीं है जिसकी वजह से पोजीशन को बनाया या बेचा जाय।
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धन्यवाद
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