ट्रेडिंग अच्छा है या नहीं। या दूसरे शब्द में कहें तो पैसा लगाना चाहिए या नहीं।
एक छोटी सी बात रखता हूँ जिससे लगभग वो सभी ट्रेडर भी सहमत होंगे जो बाजार में नुकसान कर चुके हैं।
यदि कोई व्यक्ति बाजार में 1 लाख रुपये निवेश करता है और वह रोजाना का लक्ष्य मात्र 200 रुपये रखे तो यह मेरा विश्वास है कि महीने के 22 ट्रेडिंग सेशन के 18 सेशन अपना लक्ष्य लेकर ही निकलेगा। ऐसे तो इस लक्ष्य के साथ 22 के 22 सेशन लक्ष्य लेकर जाया जा सकता है। लेकिन ठीक है बाजार को भी रेस्पेक्ट देना चाहिए।
क्योंकि 1 लाख निवेश करके 200 रुपये कमाना बेहद आसान है और यह मुश्किल नहीं है।
अब इसके अनुसार यदि देखें तो 22 सेशन में 18 दिन प्रॉफिट 18*200=3600 रुपये और 3 दिन नुकसान अर्थात 3*200= 600 रुपये नुकसान।
कुल प्रॉफिट देखें तो 3600-600-100(ब्रोकरेज)= 2900 रुपये
(कम क्वांटिटी रहने पर ब्रोकरेज भी कम लगता है।)
इसके अनुसार अगर साल का देखें तो 2900*12= 34800 रुपये
कुछ महीने में ट्रेड 22 दिन न होकर 19-20 दिन भी रहता है। उसको भी घटा दें तो प्रॉफिट 30000 के आसपास।
प्रतिशत में देखें तो मूल निवेश का 30 फीसदी वार्षिक।
ये भी उस स्थिति में जब हम लक्ष्य के आधार पर लगभग रिस्क फ्री का सोच रहे हैं।
अगर आसपास नजर दौडाएं तो कोई भी निवेश विकल्प 30 फीसदी रिटर्न्स इतने कम जोखिम में नहीं दे सकता है। इसलिए बाजार में निवेश करना चाहिए।
अब बात आता है कि फिर नुकसान में रहने वाले का प्रतिशत इतना ज्यादे क्यों है यहां।
सही है?
ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां आनेवाले ज्यादेतर रिटेल ट्रेडर उपरोक्त सालभर के रिटर्न्स को महीने में निकालने के लिए जाते हैं। यहां 1 लाख निवेश करके सभी को रोजाना के हजार रुपये छापने हैं। मतलब महीने का 22 हजार और साल का 2,64,000।
लगाए पैसे को साल भर में 264 फीसदी का रिटर्न्स।
इस बाजार में यदि ज्ञान को थोड़ा बढ़ा कर और लक्ष्य को थोड़ा कम कर दिया जाय तो जहां 90 फिसिद नुकसान के साथ बाहर जाते हैं वहीं 90 फीसदी मुनाफे के साथ बाहर जाएंगे।
उम्मीद है आपको समुचित उत्तर मिला होगा
0 Comments