छोटे ट्रेडर शेयर मार्केट के धोखों से कैसे बचें?

 धोखे से बचने का एकमात्र रास्ता है कि आप धोखे की जड़ को पहचाने। क्योंकि एकबार आपने ऐसे जड़ को पहचान लिया तो फिर धोखा खाने का सवाल ही नहीं है।

धोखा का असली जड़ है: आपका लालच ।

धोखा देनेवाला व्यक्ति इसी का फायदा उठाता है। फिर चाहे बात शेयर बाजार का हो या फिर अन्य किसी जगह का।

उदाहरण के साथ दिखाता हुँ। मेरे पास एक बहुत ही ज्यादे पॉपुलर टिप्स सेलर के टीम की चैट है। ये ऐसे टिप्स सेलर हैं जिनके फॉलोवर वर्तमान में 10 लाख से ऊपर हैं। मैं नाम मेंशन नहीं करूंगा क्योंकि मेरा मानना है कि गलती सिर्फ उस बंदे की नहीं बल्कि आप जैसे निवेशक की भी उतनी ही है कि ऐसे बड़े बड़े लुभावने वादे में फंसते हो। आपके कैपिटल के खोने के सफर में वह बंदा जितना जिम्मेदार है उतना आप खुद भी हैं।

इसीलिये सीधे चैट पर आते हैं। ये रही वो चैट।

इसमें आप देख सकते हैं कि सामने वाला सलाहकार 10 हजार के मामूली रकम पर मासिक 29999 रुपये का प्रॉफिट कराने कि बात कर रहा है।

लोग उनसे जुड़ भी रहे हैं।

मतलब अगर प्रतिशत में देखें तो मूल निवेश राशि पर करीब 200 फीसदी का रिटर्न्स हुआ। सलाना देख लें तो 2400 फीसदी का रिटर्न्स।

मुझे एक बात समझ मे न आता है कि व्यक्ति का लालच इस तरह कैसे सर सवार हो जाता है कि क्या सही और क्या गलत तक कि पहचान करने में वो असमर्थ हो जाते हैं।

अब अगर इस वादे के साथ कोई अपनी मेहनत की कमाई खाली कर ले तो उनके लिए क्या कहेंगे कि शेयर बाजार में उनके साथ धोखा हो गया या फिर उन्होंने खुद धोखा को मिर्च मसाले लगाकर फ्राई करके खाया।

लालच बुरी बला है। अतः इसको पहचानकर आप खुद धोखे से बचे रह सकते हैं। आपको वास्तविक रिटर्न्स को पहचानना होगा। आपको यह समझना होगा कि कोई भी चीज यदि बिना मेहनत के हाथ आ रही है तो उसमें कुछ न कुछ गलत है।

शेयर बाजार निवेश का एक अच्छा प्लेटफार्म है लेकिन यह कहना कि चंद मिनट बिताकर लाखो छाप कर निकल जाएंगे और वो भी बिना किसी मेहनत के तो यह पूर्णतया गलत है।

वो CID में कहते हैं न : "कुछ तो गड़बड़ है दया।"

उम्मीद है आपको समुचित उत्तर मिला होगा।

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