आपने एक साथ दो सवाल पूछ लिए हैं। चलिये एक एक करके उत्तर देते हैं।
इसके लिए आपको बाजार के दो नियमो को समझना आवश्यक है।
बाजार और निवेश के एक नियम आपस में काफी विरोधाभाषी हैं।
1)पहला नियम कहता है कि यदि स्टॉक में सब चीजें सही है अर्थात स्टॉक मौलिक पैरामीटर पर मजबूत है तो ऐसे स्टॉक को कभी भी खरीदा जा सकता है।
2) वहीं दूसरे ओर बाजार का नियम कहता है कि यदि बाजार अपने उच्चतम स्तर पर ट्रेड कर रहा है तो इसके कारण कई सारे अच्छे स्टॉक भी overvalued हो जाते हैं। जिसकी वजह से एक सही निवेश के लिए स्टॉक के फेयर मूल्य पर आने का इन्तेजार करना चाहिए।
यदि देखें तो दोनो नियम अपने जगह पर सही है। लेकिन दूसरा वाला नियम एक रिटेल एकाउंट के लिए ज्यादे लाभदायक है।
बड़े एकाउंट्स के पास पैसे बहुत होते हैं। जिसकी वजह से वह यदि अच्छे शेयर को ऊपरी भाव पर भी खरीद लें तो हेजिंग की मदद से उसे संभाल कर रख सकते हैं लेकिन एक छोटे एकाउंट के लिए ऐसा कर पाना थोड़ा मुश्किल है।
ऐसे में यदि आप एक छोटे प्लेयर हैं तो वर्तमान मूल्य से खरीदारी की तुलना में बाजार के नीचे आने का इन्तेजार और "buy on deep" को अपनाना ज्यादे लाभप्रद होगा।
जैसे वर्तमान में (अगस्त 2025) में बाजार वापिस पलट कर 25000 के करीब आ चूका है। ऐसे में हमें इंतजार करना चाहिए।
अब यदि बात करें कि कैसे?
निवेश करने का एकमात्र तरीका है कि आप किसी अच्छे ब्रोकिंग संस्थान में एकाउंट ओपन कर लें और वहीं आपको स्टॉक खरीदने बेचने की सारी सुविधा मिल जाएगा।
उम्मीद है आपको समुचित उत्तर मिला होगा
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