फंडामेंटल अनालीसिस को एक पोस्ट के जरिये मैंने लाइव रुपांतरण करने का कोशिस किया है। उसी को आप सभी के साथ रखते हैं।
पोस्ट थोड़ी ज्यादे लंबी रहने वाली है अतः यदि इंट्रेस्ट और समय हो तभी पढ़ें। क्योंकि यहां उत्तर में मैं उन key पॉइंट्स को रखने वाला हूँ जो सामान्यतः आपको किसी प्लेटफार्म पर न मिले।
चलिये आते हैं प्रश्न के ऊपर। आप जानना चाहते हैं कि किसी कंपनी का मैनेजमेंट कैसा है ये कैसे पता करें तो अनालीसिस से पहले एक चीज समझना आवश्यक हो जाता है कि हम हिस्सेदारी वाले बाजार के अंदर खरीदारी बिक़बाली कर रहे हैं। सही है?
ऐसे में यदि मैं आपसे कहुँ की किसी कंपनी में मेरी हिस्सेदारी 70 फीसदी का है और आपकी 10 फीसदी का और बाकी 20 में और लोग हैं तो प्रबंधन एनालिसिस किसके ऊपर किया जाएगा?
जाहिर सी चीज है कि आपका उत्तर होगा कि मेरे पर क्योंकि मैं 70 फीसदी का हिस्सेदार हुँ और मेरे निर्णय से कंपनी के शेयर मूल्य पर प्रभाव पड़ेगा। सही है?
ऐसे ही बाजार में लिस्ट किसी भी कंपनी का रीढ़ का हड्डी कहें तो वह प्रोमोटर होता है। क्योंकि एक मेजर हिस्सेदारी वह रख कर चलता है।
जैसे:
विप्रो का ही ले लें तो देखेंगे कि यहां 72.67 फीसदी प्रोमोटर हैं, 8.16 फिसिद FII, 7.78 फिसिद DII, 11.28 फीसदी पब्लिक और 0.11 फीसदी अन्य निवेशक हैं।
यानी एक चीज तो स्पष्ट हो गया होगा कि अगर मैनेजमेंट एनालिसिस करना है तो हमें प्रोमोटर को विश्लेशत करना होगा।
जैसे:
प्रोमोटर अच्छा है या बुरा।
प्रोमोटर सिर्फ अपने बारे में सोचता है या फिर निवेशक के बारे में भी।
अब एक प्रश्न आता है कि ये सारी चीजें हम कहाँ से समझ सकते हैं। क्योंकि इसके ऊपर तो किसी ने कभी कुछ नहीं बताया।
चलिये कोई नहीं हम बताते हैं। इसीलिए बोले थे कि पोस्ट थोड़ा लम्बा रहने वाला है।
ऊपर हमने देखा कि विप्रो में प्रोमोटर की हिस्सेदारी 72.82 फीसदी है तो ऐसे में प्रोमोटर अच्छा है कि बुरा समझने से पहले एक प्रश्न आ जाता है कि आखिर विप्रो में जो प्रोमोटर बैठे हैं वो है कौन?
इसका डिटेल आपको स्क्रीनर वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएगा। जैसे हम यहां देख सकते हैं कि विप्रो में निम्नाकित प्रोमोटर हैं।
अभी तक हम दो चीजें को समझ चुके हैं।
1)प्रोमोटर कौन-कौन है?
2)उसकी हिस्सेदारी कितना है?
सही है?
अब प्रश्न आता है कि यह प्रोमोटर अच्छा है कि बुरा?
इसके उत्तर के लिए कई लोग उस प्रोमोटर की तह में चले जाते हैं जैसे है कौन, कहाँ से आया, कितने दिन से बाजार में है, अभी तक कितना कमाया, इत्यादि इत्यादि।
लेकिन मैं एक बात कहुँ यह बहुत बोरिंग हो जाएगा कि आप किसी के बारे में इतना गहराई से पढ़ने के लिए जाएं। और यदि जाते भी हैं तो इससे हाथ कुछ न लगेगा क्योंकि हरेक बन्दा अपनी कहानी में हीरो ही होता है।
अब एक बात बताइये अगर आपको बिना मेरे साथ कुछ वर्ष बिताए मेरे बारे में जानना है कि मैं अच्छा हुँ या बुरा तो आपके पास क्या ऑप्शन है?
मेरे अनुसार आप मेरा पुलिस रिकॉर्ड चेक कर लेंगे क्योंकि ज्यादे बुरा हुँ तो वहां के रिकॉर्ड में मिल ही जाऊंगा और यदि न मिला तो अच्छा हुँ। सही है?
किसी भी ऐसे व्यक्ति को परखना जिसके साथ आप न रहे हैं तो मुझे लगता है कि ये सबसे अच्छा रास्ता है।
ऐसे ही प्रोमोटर अच्छा है या बुरा यह जानने के लिए आपको कुछ नहीं करना बस आप गूगल पर टाइप करें "Wipro fraud"।
इतने से काम हो जाएगा।
जैसे यहां देखिये मैंने किया है।
यहां हमें दो चीजें दिखा।
1)विप्रो के ऊपर इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगा था।
2)सेबी ने इससे जुड़े सारे चार्ज सबूत के अभाव में ड्राप कर दिए।
अर्थात लगा allegation prove नहीं हो पाया जोकि एक स्थिर मैनेजमेंट की ओर इशारा कर रहा है। आप इसी प्रकार अन्य कोर्ट केस वगैरह को पढ़ सकते हैं।
इसके अलावा आप इंडिपेंडेंट डायरेक्टर से जुड़े खबरों को भी विश्लेषित कर सकते हैं।
लेकिन इतना ही काफी नहीं है। हमने शुरुआत में दो पॉइंट्स डिसकस किये थे।
1)प्रोमोटर अच्छा है या नहीं। जिसका उत्तर हमें मिल गया।
अब बात करते हैं दूसरे पॉइंट के ऊपर । जिसमें हमें यह देखना है कि प्रोमोटर निवेशक के बारे में सोचता है या नहीं?
इसको एनालिसिस करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप समय के साथ प्रोमोटर के बदलते सैलरी पर गौर करें।
आप कहेंगे यह क्या बला है और भला इसका क्या महत्व?
अब इसे उदाहरण से समझते हैं।
मान लीजिए आपने देखा कि मैं XYZ कंपनी में एक प्रोमोटर हुँ और मेरा सैलरी 2020 में 3 करोड़ रुपये था और अभी 2024 में यह बढ़कर 10 करोड़ हो गया। यानी मेरा
सैलरी समय समय पर बढ़ता गया।
लेकिन वहीं दूसरे ओर जब आपने कंपनी के नेट प्रॉफिट को देखा तो पाया कि यह 2020 में 200 करोड़ था जोकि अब 100 करोड़ रह गया है।
अब अगर यहां देखें तो बिना किसी हिचकिचाहट के साथ कह सकते हैं कि हम जिस कंपनी में पैसे लगाने का सोच रहे हैं वहां का प्रोमोटर निवेशक के बारे में नहीं सोचता है। अगर वह सोचता तो नेंट प्रॉफिट में गिरावट के वक्त उसका सैलरी बढ़ नहीं रहा होता।
उम्मीद है अब आप इसके महत्व को समझे होंगे।
अभी भी नहीं समझे। एक लाइव उदाहरण देता हूँ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक कंपनी था जिसका नाम "ESS DEE एल्युमीनियम लिमिटेड था।" इस शेयर में प्रोमोटर सुदीप दत्त थे। इनके कुछ आंकड़े आपको दिखाते हैं।
1)2010 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 182 करोड़ था और सुदीप दत्त म सैलरी 3 करोड़।
2)2011 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 182 से घटकर 108 करोड़ हो गया और सुदीप दत्त की सैलरी 3 करोड़ से बढ़कर 3.1 करोड़।
3)2012 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 182 से घटकर 60 करोड़ हो गया और सुदीप दत्त की सैलरी 3 करोड़ से बढ़कर 3.4 करोड़।
4)2013 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 182 से घटकर 76 करोड़ हो गया और सुदीप दत्त की सैलरी 3 करोड़ से बढ़कर 9.5 करोड़।
इसका परिणाम आप देख सकते हैं।
कंपनी का मार्केट कैप 6.25करोड़ और कंपनी के ऊपर कर्ज 1259 करोड़ का है।
आप समझ गए होंगे कि एक छोटी सी जानकारी का इम्पैक्ट किस कदर हुआ है। अगर आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया वाला कंडीशन हो तो जरूर प्रोमोटर अपने बारे में सोच रहा है।
चलिये एक अच्छी कंपनी का भी उदाहरण देते हैं। ताकि चीजे स्प्ष्ट हो सके।
इसी समय का दूसरा स्टॉक ले लेते हैं।बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक कंपनी था जिसका नाम "Ambika cotton mills था।" इस शेयर में प्रोमोटर PV chandran थे। इनके कुछ आंकड़े आपको दिखाते हैं।
1)2010 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 19 करोड़ था और सुदीप दत्त म सैलरी 0.7 करोड़।
2)2011 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 19 से बढ़कर 43 करोड़ हो गया और पीवी चंद्रन की सैलरी 0.7 करोड़ से बढ़कर 0.8 करोड़।
3)2012 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 43 से घटकर 24 करोड़ हो गया और सुदीप दत्त की सैलरी 0.8 करोड़ ही रहा।
4)2013 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 24 से बढ़कर 31 करोड़ हो गया और पीवी चंद्रन की सैलरी 0.8 करोड़ ही रहा।
5)2014 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 31 से बढ़कर 48 करोड़ हो गया और पीवी चंद्रन की सैलरी 0.8 करोड़ से बढ़कर 1.4 करोड़ हुआ।
इतना आंकड़े ही काफी है।
इसका परिणाम आप खुद देख सकते हैं।
कंपनी का मार्केट कैप 1041 करोड़ और कंपनी के ऊपर कर्ज मात्र 82 करोड़ का है।
आप समझ गए होंगे कि एक छोटी सी जानकारी का इम्पैक्ट किस कदर हुआ है। अगर आमदनी रुपया और खर्चा अठन्नी वाला कंडीशन हो तो जरूर प्रोमोटर आपके बारे में भी सोच रहा है।
आज के लिए इतना काफी है। बाकी जानकारी फिर कभी किसी पोस्ट में।
जैसे:
ये सैलरी वगैरह कैसे निकालें। उसे इन्टरप्रेट कैसे करें।
उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगा।
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