कैंडल चार्ट को समझने का एकमात्र उपाय है कि आप कैंडल फार्मेशन को समझें। कैंडल फार्मेशन अर्थात चार्ट पर एक कैंडल किस तरह बन रहा है और उसके बनने के क्रम में buyer की स्ट्रेंथ है या फिर सेलर का।
हम अक्सर सुनते हैं कि एक एनालिस्ट कैंडल के साथ बातें करता है। आज हम देखते हैं कि उनके पढ़ने का तरीका क्या है और वह ऐसा कर पाने में सफल कैसे हो जाते हैं।
सबसे पहले नीचे दिए एक कैंडल को ध्यान से देखिए और इसके फार्मेशन समझने का प्रयास करें। फार्मेशन कहने का अर्थ है कि जब यह कैंडल बन रहा था तो कैसे बना होगा।
शायद ऐसे:
सही है...?
या फिर ऐसे:
चलिये दोनो में से किसी भी प्रकार से बना हो लेकिन गौर करने वाली बात है कि सेलर आया तो था स्टॉक में लेकिन खरीदार की मजबूती इतनी तगड़ी वाली है कि मूल्य को वापिस वही लाकर पटक दिया जहां से यह ओपन हुआ था।
अब अगर इस कैंडल को देखकर ऐसा कहें कि सेलर आया और चला गया लेकिन आखिरी स्ट्रेंथ खरीदार का है और उसी आखिरी स्ट्रेंथ को ही देखकर हमें आगे का निर्णय लेना चाहिए।
इसी प्रकार कैंडल फार्मेशन को समझकर चार्ट रीडिंग किया जाता है। या फिर यही कहें कि फार्मेशन समझना ही चार्ट रीडिंग है।
हालांकि यह आर्टिकल में लिखकर समझाना काफी मुश्किल कार्य है। मुझे पता नहीं कि आपको यह कैसा लगा।
उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगा।
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