नए निवेशक के मन मे यह प्रश्न सामान्यतः बने रहते हैं कि शेयर के दाम में उतार और चढ़ाव क्यों होता है?
चलिये इस प्रश्न के लिए पहले भी विस्तृत उत्तर रख चुके हैं। उसे ही आपके साथ साझा करते हैं।
बाजार में होने वाले उतार चढ़ाव का मुख्य कारण शेयर के बढ़े और घटे डिमांड पर निर्भर करता है। लोग जितना शेयर को पसंद करेंगे.. उसमें खरीदारी भी उतनी ही ज्यादे होगी और खरीदारी जितनी ज्यादे होगी तो खरीदारी की बिड प्राइस बढेगा ही।
नहीं समझ आया ..कोई बात नहीं । अब समझ आ जायेगा।
मान लीजिए आपको प्रॉपर्टी बेचनी है। आपने कीमत 50 लाख रुपये रखा है।
अब यहां पर दो मेजर चीजें संभव है।
1) आपके प्रोपर्टी को कई लोग खरीदना चाहते हैं। यानी प्रॉपर्टी की डिमांड बाजार में ज्यादे है।
ऐसे कंडीशन में हमेशा बिडिंग शुरू हो जाती है। जैसे पहला व्यक्ति शेयर को 50 लाख में खरीदने को तैयार है। तो दूसरा 60 लाख तो तीसरा 70 लाख।
ऐसे ही खरीदार बढ़ते जाएगा तो प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ते जाएगी।
वही चीज शेयर बाजार में भी होता है। यदि शेयर को लेकर बाजार में कुछ अच्छी खबर आई हो तो लोग उसे खरीदने के लिए दौड़ते हैं और शेयर हमेशा बढ़ी हुई कीमत के साथ नए खरीदार की पास पहुचती है।
2)खरीदार ही न मिले ।
अब बढ़ती डिमांड के कारण शेयर का मूल्य ऊपर तो बढ़ गया लेकिन फिर निवेशक को बढ़ी हुई कीमत में प्रॉपर्टी महंगी लगने लगे तो ?
ऐसे में लोग खरीदना छोर देते हैं। नई बिडिंग नहीं मिलने के कारण विक्रेता को उसी मूल्य पर प्रॉपर्टी बेचना पड़ेगा। और जितने अद्धिक समय तक खरीदार नहीं मिलेगा उतना ही उसका बढ़ा हुआ मूल्य भी नीचे गिरते जाएगा।
यही चीज बाजार में भी है।
जब खरीदार ज्यादे हो तो बिडिंग के कारण शेयर मूल्य में उछाल और जब खरीदार न मिले तो शेयर मूल्य में गिरावट देखने को मिलता है ।
उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगा
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